दोस्तो सरयू नदी के किनारे पर बसा अयोध्या धाम धार्मिक द्रष्टि से एक पवित्र दर्शनीय स्थल माना जाता है। अयोध्या धाम धार्मिक के साथ साथ ऐतिहासिक रूप से भी बड़ा महत्व रखता है। क्यों कि अयोध्या धाम भगवान श्री राम का जन्म स्थान है, और हाल ही मैं अयोध्या के राम मंदिर मैं भगवान राम लला विराजमान हुए हैं। अयोध्या में अनेक धार्मिक एवं प्राचीन स्थल स्थित हैं, जो हिंदू धर्म के लिए आदर्श और प्रतिष्ठित माने जाते हैं। इन सभी के अलावा पूरे अयोध्या नगर में और अयोध्या के आस-पास बेहद खूबसूरत और प्राकृतिक सुंदरता भी देखने को मिलती है। राम लला के विराजित होने के बाद से ही अयोध्या धाम सबसे प्रमुख दर्शनीय स्थल बन गया है। दोस्तो अगर आप भी अयोध्या विजिट का प्लान बना रहे हैं तो यह आर्टिकल आपके लिए महत्वपूर्ण सावित होगा। इस आर्टिकल मई हम आपको अयोध्या धाम के प्रमुख दर्शनीय स्थल की जानकारी देंगे।
1. हनुमान गढ़ी मंदिर (Hanuman Garhi Temple):-
दोस्तो अयोध्या का हनुमान गढ़ी मंदिर भगवान राम के परम भक्त हनुमान जी को समर्पित है। इस मंदिर का अपना अलग ही धार्मिक महत्व है। अयोध्या धाम के दर्शन इसी मंदिर से प्रारम्भ किये जाते हैं। क्यों की हनुमान जी के बारे मैं गोस्वामी तुलसीदास जी ने भी कहा है कि “राम दुआरे तुम रखवारे” अर्थात हनुमान जी को भगवान श्री राम के द्वारपाल माना जाता है। इसलिए रामलला के दर्शन करने से पहले उनके भक्त हनुमान जी के दर्शन करने चाहिए। इस मंदिर तक जाने के लिए 76 सीढियाँ चढ़नी पड़ती हैं। ऊंचाई पर स्थित होने कारण इस मंदिर से अयोध्या के सुन्दर नज़रों का दीदार किया जा सकता है।
2. राम जन्म भूमि (Ram Mandir Ayodhya):-
राम जन्म भूमि रेलवे स्टेशन से दो किलोमीटर दूरी पर स्थित अयोध्या धाम के सबसे पवित्र स्थान है। यह वही स्थान है जहाँ पर भगवान श्री राम का जन्म हुआ था। यहाँ पर मन्दिर का निर्माण बारहवीं शताब्दी में हुआ था परन्तु 1528 में मुग़ल सम्राट बाबर के द्वारा इस स्थान पर मस्जिद बनाई गयी थी। इस पर काफी लम्बे समय से विवाद चलता रहा और अंत मैं 2020 में सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद भगवान राम की जन्म भूमि पर अयोध्या राम मन्दिर बनाने की मंजूरी मिली। राम मंदिर मैं भगवान रामलला की मूर्ति स्थापना 22 जनवरी 2024 को हुयी है। तब से अयोध्या मैं राम भक्तो का अथाह जन समूह भगवान रामलला के दर्शन को आ रहे हैं।
3. कनक भवन (Kanak Bhawan Ayodhya):-
दोस्तो कनक भवन अयोध्या आने वाले पर्यटकों के लिए एक प्रमुख स्थान है। इस मंदिर के विषय मैं कहा जाता है कि यह भवन भगवान राम की माता कैकयी ने माता सीता जी को विवाह की भैंट स्वरुप दिया था। बाद मैं राजा विक्रमादित्य ने इस मंदिर का पुनरनिर्माण कराया था। कनक भवन अयोध्या के सबसे आकर्षक स्थलों मैं से एक है।
4. राम की पैड़ी (Ram ki Paidi Ayodhya):-
सरयू घाट के पास ही राम की पैड़ी स्थित है। ऐसा कहा जाता है कि यहाँ भक्तो को स्नान करने से सभी पापों से मुक्ति मिल जाती है। पौराणिक कथाओ के अनुशार एक बार लक्ष्मण जी सभी तीर्थों के भ्रमण पर जाना चाहते थे तब प्रभु श्री राम जी ने इसका निर्माण किया था। इसलिए अयोध्या धाम मैं राम की पैड़ी का बहुत महत्व है और अयोध्या आने वाले श्रद्धालु यहाँ पर जरूर स्नान करते हैं।
5. सीता रसोई (Sita Rasoi Ayodhya):-
सीता की रसोई अयोध्या मैं राम जन्म भूमि के नजदीक उत्तर – पश्चिमी छोर पर स्थित है। ऐसा माना जाता है कि इसी स्थान पर माता सीता भोजन तैयार किया करती थीं। यह पवित्र स्थान अब एक मंदिर है जिसमें भगवान राम, लक्ष्मण, भरत और शत्रुघ्न की मूर्तियां स्थापित हैं। माता सीता की यह रसोई एक भूमिगत रसोई है, और यह सीता के नाम पर सम्मानित दो रसोई में से एक है। सीता जी को भोजन की देवी के रूप में पूजा जाता है और उन्हें देवी अन्नपूर्णा के नाम से भी जाना जाता है।
6. दशरथ महल (Dashrath Mahal Ayodhya):-
दशरथ महल अयोध्या नगरी के बीचों बीच हनुमान गढ़ी के पास मैं स्थित है। राजा दशरथ भगवान श्रीराम के पिता और अयोध्या के राजा थे। ऐसा कहा जाता है की यहाँ राजा दशरथ का निवास स्थान था। इस भवन मैं एक मंदिर भी बनाया गया है जिसमे भगवान राम और माता सीता के अतिरिक्त भरत, लक्ष्मण और शत्रुघन की मूर्तियां विराजमान हैं।
7. त्रेता के ठाकुर (Treta ke Thakur Ayodhya):-
दोस्तो त्रेता के ठाकुर सरयू के तट पर स्थित एक प्राचीन मंदिर है। इसके बारे मैं कहा जाता है कि यह वही स्थान है जहाँ पर भगवान श्रीराम ने अश्वमेघ यज्ञ किया था। अगर आप अयोघ्या धाम जाने का प्लान बना रहे हैं तो इस मंदिर के दर्शन भी जरूर करें।
8. नागेश्वरनाथ मंदिर (Nageshwarnath Temple Ayodhya):-
नागेश्वरनाथ मंदिर राम की पैड़ी पर स्थित एक प्रसिद्ध मंदिर है। यह मंदिर भगवान राम के आराध्य भगवान शिव को समर्पित है। ऐसा कहा जाता है कि भगवान राम के पुत्र कुश द्वारा इस मंदिर का निर्माण किया गया था। कुश को एक नाग कन्या से प्रेम होने के कारण नागकन्या के नाम पर ही इस मंदिर का निर्माण कराया गया था। इसीलिए इस मंदिर को नागेश्वरनाथ मंदिर के नाम से जाना जाता है।
9. मणि पर्वत (Mani Parvat Ayodhya):-
दोस्तो रामायण मैं यह उल्लेखित है कि जब लक्ष्मण जी को शक्ति लगी थी तो हनुमान जी उनके लिए संजीवनी बूटी लेकर आये थे। जब हनुमान जी अयोध्या के ऊपर से जा रहे थे तो भरत जी ने एक बाण से उन्हें गिरा लिया था। तब उसी पर्वत का एक टुकड़ा यहाँ गिर गया था ऐसा माना जाता है कि वही टुकड़ा मणि पर्वत के नाम से विख्यात हुआ।
10. तुलसी स्मारक भवन (Tulasi Smarak Bhavan):-
दोस्तो तुलसी उद्यान गोस्वामी तुलसीदास जी की स्मृति मैं बनवाया गया है। तुलसी स्मारक भवन हनुमान गढ़ी के पास स्थित है। यदि आप राम लीला देखने के शौकीन हैं तो आप तुलसी स्मारक भवन जरूर जाएं। यहां पर प्रतिदिन भक्ति संगीत, प्रार्थना तथा धार्मिक प्रवचन का आयोजन किया जाता है और प्रतिदिन शाम के 6 बजे से लेकर रात 9 बजे तक राम लीला का आयोजन किया जाता है।
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