सूर्य देव को जल देने की सही विधि क्या है?

दोस्तो सूर्य देव को सनातन धर्म का प्रमुख देवता माना जाता है। कहते हैं कि सूर्य देव भगवान की आँख का काम करते हैं जिसके द्वारा परमेश्वर पूरी श्रष्टि पर नजर रखते हैं। सूर्य देव को सूर्य नारायण भी कहा जाता है जिसका मतलव यह है कि पृथ्वी पर उपस्थित जीवों के लिए भगवान नारायण स्वरुप सूर्य देव पृथ्वी का पालन करते हैं। सनातन संस्कृति मैं रोजाना सुबह भगवान सूर्य नारायण को जल अर्पित करने की परम्परा है। भगवान सूर्य देव को जल अर्ध्य देने से सभी ग्रहों की परेशानी से मुक्ति मिलती है क्योकि सूर्य देव को ग्रहों का स्वामी कहा जाता है। लकिन क्या आप जानते हैं कि सूर्य भगवान को जल देने की सही विधि क्या है? अर्थात सूर्य देव को अर्ध्य कैसे देना चाहिए? और सूर्य भगवान को जल देने से क्या लाभ होता है? इन सभी सवालों का जबाब आपको इस आर्टिकल मैं मिलेग। इसलिए आर्टिकल को अंत तक पूरा पढ़े।

Surya dev jal dene ki vidhi kya hai?

सूर्य देव को जल कैसे अर्पित करें?

  1. धार्मिक मान्यताओं के अनुशार सूर्य देव को जल देने के लिए साधक को ब्रह्म मुहूर्त मैं ही उठ जाना चाहिए, क्यों की सुबह उगते हुए सूर्य को अर्ध्य देने के चमत्कारिक फायदे होती हैं।
  2. शास्त्रानुसार सूर्य देवता को हमेशा ताँवे के पात्र से ही जल अर्पित करना चाहिए। और साधक का मुख पूर्व दिशा की और होना चाहिए।
  3. सूर्य को जल देते समय “ॐ आदित्याय नमः” या ॐ घ्रणि सूर्याय नमः मंत्र का जाप करना चाहिए। अर्ध्य देते समय ध्यान दें कि जल अपने पैरों पर न गिरे।
  4. सूर्य देव को जल देते समय दोनों हाथ सिर के ऊपर की तरफ होने चाहिए।
  5. सूर्य देव को अर्ध्य देने के बाद तीन परिक्रमा अवश्य लगनी चाहिए। उसके बाद माता धरती को छूकर प्रणाम करना चाहिए।
  6. इस बात का भी ध्यान रखें कि जल देते समय जल मैं रोली या फिर लाल चन्दन या लाल फूल अवश्य डाल लें क्यों कि सूर्य देव को लाल रंग बहुत प्रिय है।

सूर्य भगवान को जल देने से क्या लाभ होता है?

  • सूर्य भगवान को जल देते समय ॐ नमो भगवते श्री सूर्याय श्री तेजसे नमः ॐ खेचराय नमः इस मंत्र का जाप करने से साधक को बल, बुद्धि और दिव्यता प्राप्त होती है। और ऊर्जा कि बृद्धि होती है।
  • ज्योतिष शास्त्र के अनुशार जल मैं हल्दी डालकर सूर्य देव को अर्ध्य देने से विवाह के योग बनते हैं। और साधक के विवाह मैं आ रही सभी बाधाएं दूर होती हैं।
  • जल मैं लाल रोली डालकर अर्ध्य देने से सरीर मैं रक्त का संचार बढ़ता है। और अगर कुंडली मैं सूर्य दोष चल रहा हो तो वह भी दूर हो जाता है।
  • सूर्य देव को नियमित जल देने से साधक के जीवन कि सारी परेशानियां दूर हो जाती हैं। और तरक्की के साथ – साथ धन संमृद्धि प्राप्त होती है।

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Updated: August 11, 2024 — 12:39 pm

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